हर पिता के भाग्य में बेटी नहीं होती हैं l

हर पिता के भाग्य में बेटी नहीं होती हैं l

You are currently viewing हर पिता के भाग्य में बेटी नहीं होती हैं l

हर पिता के भाग्य में बेटी नहीं होती हैं l

– राजा दशरथ जब अपने चारों बेटों की बारात लेकर राजा जनक के द्वार पहुंचे l तो राजा जनक ने सम्मान पूर्वक बड़े आवभगत से सभी स्वागत किया,राजा दशरथ जी ने आगे बढ़कर जनक जी के चरण छू लिए, चौककर जनक जी ने राजा दशरथ जी को थाम लिया l हर सांस में हो सुमिरन तेरा यूँ बीत जाए जीवन मेरा हिंदी भजन

और कहा महाराज आप बड़े हैं ,आप वर पक्ष वाले हैं, यह उल्टी गंगा कैसे बहा रहे हैं, इस पर महाराज दशरथ ने एक सुंदर बात कही, महाराज आप दाता हैं कन्यादान कर रहे हैं, मैं तो याचक हूं, यही रात अंतिम यही रात भारी रामायण लिरिक्स

आपके द्वारा कन्यादान लेने आया हूं lअब आप ही बताइए राजन दाता और याचक में कौन बड़ा है, यह सुनकर जनक जी के नेत्रों से अश्रुधारा बहने लगी l राधा के मन में बस गए श्याम बिहारी हिंदी भजन लिरिक्स

भाग्यशाली है वह जिनके घर पर होती हैं बेटियां, हर बेटी के भाग्य में पिता होता है लेकिन हर पिता के भाग्य में बेटी नहीं होती ll श्याम तेरे काम बड़े अचरज भरे, कृष्ण गोपाल गोविंद माधव हरे

किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए हिंदी भजनयही रात अंतिम यही रात भारी रामायण लिरिक्स
सांवरे को दिल में बसा कर तो देखो हिंदी लिरिक्सशबरी मगन है राम भजन में हिंदी भजन लिरिक्स
 शिव रुद्राष्टकम I शिव स्तोत्र नमामि शमीशान मन्त्र I शिव स्तुतिनगरी हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो भजन
लाडली अद्भुत नजारा तेरे बरसाने में है हिंदी लिरिक्समंदिर जाने के कुछ जरूरी कारण जिन्हें हम नही जानते हैं।

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता भजन लिरिक्स

मुझे श्याम तेरा सहारा ना होता हिंदी भजन

Bhakti Gyaan

भक्ति ज्ञान (bhaktigyaan.com) हिंदी भजनों को समर्पित एक वेबसाइट है। इसके माध्यम से हम कई तरह के भजन साझा करते हैं। इसके साथ ही हम नियमित रूप से आध्यात्मिक, भक्ति और अन्य ज्ञान भी साझा करते हैं।