जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है भजन लिरिक्स।
जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है भजन लिरिक्स।
जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है, अभी हमने जी भर के देखा नहीं है।
जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है, अभी हमने जी भर के देखा नहीं है ||
कैसी घडी आज, जीवन की आई, अपने ही प्राणों की, करते विदाई।
अब ये अयोध्या हमारी नहीं है, अभी हमने जी भर के देखा नहीं है ||
काली काली अलकों के फंदे क्यों डाले हिंदी भजन
माता कौशल्या की, आँखों के तारे, दशरथ जी के हो, राज दुलारे।
कभी ये अयोध्या को भुलाना नहीं है, अभी हमने जी भर के देखा नहीं है ||
जाओ प्रभु अब, समय हो रहा है, घरों का उजाला भी, कम हो रहा है।
अंधेरी निशा का, ठिकाना नहीं है, अभी हमने जी भर के, देखा नहीं है ||
फूलों में सज रहे हैं श्री वृंदावन बिहारी हिंदी लिरिक्स
जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है, अभी हमने जी भर के देखा नहीं है।
जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है, अभी हमने जी भर के देखा नहीं है ||
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है। अभी हमने जी भर के देखा नहीं है।
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है। अभी हमने जी भर के देखा नहीं है ||
यह तो प्रेम की बात है उधो बंदगी तेरे बस की नहीं है लिरिक्स
आपका कर्तव्य ही धर्म है, प्रेम ही ईश्वर है, सेवा ही पूजा है, और सत्य ही भक्ति है। : ब्रज महाराज दिलीप तिवारी जी
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