जायेगा जब यहां से कुछ भी ना पास होगा लिरिक्स हिंदी
कांधे पे धर ले जाएं परिवार वाले तेरे,
यमदूत ले पकड़ कर डोलेंगे घेरे घेरे,
पीटेगा छाती अपनी कुनवा उदास होगा,
दो गज कफन का टुकड़ा तेरा लिबास होगा।
चुन-चुन के लकड़ियों में, रख दें तेरे बदन को,
आकर के झट उठाले, मेहतर तेरे कफ़न को,
दे देगा आग तुझमे, बेटा जो ख़ास होगा,
दो गज कफ़न का टुकड़ा तेरा लिबास होगा।
मिट्टी में मिले मिट्टी, बाकी ख़ाक होगी,
सोने सी तेरी काया, जलकर के राख होगी,
दुनिया को त्याग तेरा, मरघट में वास होगा,
दो गज कफ़न का टुकड़ा तेरा लिबास होगा।
हरि का नाम जपते, भाव सिंधु पार होते,
माया-मोह में फंसकर, जीवन अमोल खोते,
प्रभु का नाम जपले, बेडा जो पार होगा,
दो गज कफ़न का टुकड़ा तेरा लिबास होगा।
जायेगा जब यहां से कुछ भी ना पास होगा,
दो गज कफन का टुकड़ा तेरा लिबास होगा,
दो गज कफन का टुकड़ा तेरा लिबास होगा।
दो गज कफन का टुकड़ा तेरा लिबास होगा।
जायेगा जब यहां से कुछ भी ना पास होगा,
दो गज कफन का टुकड़ा तेरा लिबास होगा,
दो गज कफन का टुकड़ा तेरा लिबास होगा।
दो गज कफन का टुकड़ा तेरा लिबास होगा।
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