श्री भगवत रसिक देव जी द्वारा श्री किशोरीजी का वर्णन
सब ऐश्वर्य छिपाइ पाइँ परि दीन भयौ अभिमानी।प्रगट कियौ माधुर्य मधुररस रसिक नरेस निसानी ।।नेति नेति निगमामग गावत पावत नहीं बुधि बानी ।भगवत रसिक रसिक सखियन सँग, अंखियाँ निरखि सिरानी।।…
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October 14, 2021