श्री बांके बिहारी चालीसा
मोर मुकुट कटि काछनी, कर मुरली उर माल॥यहि बानिक मो मन बसौ, सदा बिहारी लाल॥ दोहा बांकी चितवन कटि लचक, बांके चरन रसाल,स्वामी श्री हरिदास के बांके बिहारी लाल ॥…
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February 3, 2022
मोर मुकुट कटि काछनी, कर मुरली उर माल॥यहि बानिक मो मन बसौ, सदा बिहारी लाल॥ दोहा बांकी चितवन कटि लचक, बांके चरन रसाल,स्वामी श्री हरिदास के बांके बिहारी लाल ॥…