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कार्तिक मास माहात्म्य-प्रथम अध्याय

कार्तिक मास माहात्म्य-प्रथम अध्याय : इस अध्याय के पड़ने मात्र से अश्वमेघ यज्ञ का फल मिलता है। मैं सिमरूँ माता शारदा, बैठे जिह्वा आये।कार्तिक मास की कथा, लिखे ‘कमल’ हर्षाये।।…

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