प्रेम की अटपटी बोली-गोपिकागीतम्
प्रेम की अटपटी बोली (श्रीकृष्णचरितामृतम्) - गोपिकागीतम्:- उस गोपी के मुख से ये सुनते ही श्रीराधारानी हँसी। कुछ भी ! कुछ भी कह रही हो ! श्रीराधा ने कहा !…
Comments Off on प्रेम की अटपटी बोली-गोपिकागीतम्
January 23, 2022