Read more about the article श्री भगवत रसिक देव जी द्वारा श्री किशोरीजी का वर्णन

श्री भगवत रसिक देव जी द्वारा श्री किशोरीजी का वर्णन

सब ऐश्वर्य छिपाइ पाइँ परि दीन भयौ अभिमानी।प्रगट कियौ माधुर्य मधुररस रसिक नरेस निसानी ।।नेति नेति निगमामग गावत पावत नहीं बुधि बानी ।भगवत रसिक रसिक सखियन सँग, अंखियाँ निरखि सिरानी।।…

Comments Off on श्री भगवत रसिक देव जी द्वारा श्री किशोरीजी का वर्णन

End of content

No more pages to load