Read more about the article श्री दुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम्

श्री दुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम्

॥ श्री दुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम्॥ शतनाम प्रवक्ष्यामि शृणुष्व कमलानने ।यस्य प्रसादमात्रेण दुर्गा प्रीता भवेत् सती ॥ १ ॥ भगवान शंकर पार्वतीजी से कहते हैं : कमलानने ! अब मैं अष्टोत्तरशत (108) नामों…

Comments Off on श्री दुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम्

End of content

No more pages to load