हे माँ मुझको ऐसा घर दे हिंदी लिरिक्स
हे माँ, हे माँ, हे माँ, हे माँ,
हे माँ मुझको ऐसा घर दे,
जिसमें तुम्हारा मंदिर हो।
ज्योत जगे दिन रैन तुम्हारी,
तुम मंदिर के अन्दर हो -2 ॥
हे माँ मुझको ऐसा घर दे,
जिसमें तुम्हारा मंदिर हो।
ज्योत जगे दिन रैन तुम्हारी,
तुम मंदिर के अन्दर हो-2 ॥
माँ, हे माँ, हे माँ, हे माँ, बोलो रे !
माँ, हे माँ, हे माँ, हे माँ
जय जय माँ, जय जय माँ
जय जय माँ जय जय माँ
जय जय माँ, जय जय माँ ॥
इक कमरा जिसमें तुम्हारा,
आसन माता सजा रहे,
आसन माता सजा रहे।
हर पल हर छन भक्तों का
वहां आना जान लगा रहे,
वहां आना जान लगा रहे ॥
इक कमरा जिसमें तुम्हारा,
आसन माता सजा रहे।
हर पल हर छन भक्तों का
वहां आना जान लगा रहे ॥
छोटे बड़े का माँ उस घर में,
एक समान ही आदर हो
ज्योत जगे दिन रैन तुम्हारी,
तुम मंदिर के अन्दर हो ॥
हे माँ मुझको ऐसा घर दे,
जिसमें तुम्हारा मंदिर हो।
ज्योत जगे दिन रैन तुम्हारी,
तुम मंदिर के अन्दर हो -2 ॥
हे माँ मुझको ऐसा घर दे,
जिसमें तुम्हारा मंदिर हो।
ज्योत जगे दिन रैन तुम्हारी,
तुम मंदिर के अन्दर हो -2 ॥
माँ, हे माँ, हे माँ, हे माँ, बोलो रे !
माँ, हे माँ, हे माँ, हे माँ
इस घर से कोई भी खाली,
कभी सवाली जाए ना,
कभी सवाली जाए ना।
चैन ना पाऊं तब तक दाती,
जब तक चैन वो पाए ना,
जब तक चैन वो पाए ना -2 ॥
मुझको दो वरदान दया का,
तुम तो दया का सागर हो
ज्योत जगे दिन रैन तुम्हारी,
तुम मंदिर के अन्दर हो
हे माँ मुझको ऐसा घर दे,
जिसमे तुम्हारा मंदिर हो।
ज्योत जगे दिन रैन तुम्हारी,
तुम मंदिर के अन्दर हो॥
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तेरी रहमतों का दरिया सरेआम चल रहा है।
आपका कर्तव्य ही धर्म है, प्रेम ही ईश्वर है, सेवा ही पूजा है, और सत्य ही भक्ति है। : ब्रज महाराज दिलीप तिवारी जी