हमारी सृष्टि में ढाई अक्षर का महत्व
हमारी सृष्टि में ढाई अक्षर का महत्व
पोथी पढ़ पढ़ जग मुआ पंडित भया न कोय I
ढाई अक्षर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय II
क्या आप जानते हैं यह ढाई अक्षर क्या है और इनका हमारे जीवन से क्या तात्पर्य है I आइए हम अपनी सृष्टि में ढाई अक्षर के महत्व को जानते हैं I
ढाई अक्षर – ब्रह्मा
ढाई अक्षर – सृष्टि
ढाई अक्षर – विष्णु
ढाई अक्षर – लक्ष्मी
ढाई अक्षर – कृष्ण
ढाई अक्षर – कांता (राधा रानी का दूसरा नाम)
ढाई अक्षर – दुर्गा
ढाई अक्षर – शक्ति
ढाई अक्षर – श्रद्धा
ढाई अक्षर – भक्ति
ढाई अक्षर – त्याग
ढाई अक्षर – ध्यान
ढाई अक्षर – तुष्टि
ढाई अक्षर – इच्छा
ढाई अक्षर – धर्म
ढाई अक्षर – कर्म
ढाई अक्षर – भाग्य
ढाई अक्षर – व्यथा
ढाई अक्षर – ग्रंथ
ढाई अक्षर – संत
ढाई अक्षर – शब्द
ढाई अक्षर – अर्थ
ढाई अक्षर – सत्य
ढाई अक्षर – मिथ्या
ढाई अक्षर – श्रुति
ढाई अक्षर – ध्वनि
ढाई अक्षर – अग्नि
ढाई अक्षर – कुंड
ढाई अक्षर – मंत्र
ढाई अक्षर – यंत्र
ढाई अक्षर – स्वास
ढाई अक्षर – प्राण
ढाई अक्षर – जन्म
ढाई अक्षर – मृत्यु
ढाई अक्षर – अस्थि
ढाई अक्षर – अर्थी
ढाई अक्षर – प्यार
ढाई अक्षर – शत्रु
ढाई अक्षर – प्रेम
ढाई अक्षर – घृणा
जन्म से लेकर मृत्यु तक हम ढाई अक्षर में बंधे हैं I
ढाई अक्षर ही वक्त में और ढाई अक्षर ही अंत में आता है I
सामर्थ्य अनुसार धन, ज्ञान,शिक्षा का सदुपयोग
- महादेव शंकर हैं जग से निराले हिंदी लिरिक्स
- पंच कन्याओं का रहस्य क्या है और उनके नाम क्या हैं?
- हे गोपाल कृष्ण करूं आरती तेरी हिंदी लिरिक्स
आपका कर्तव्य ही धर्म है, प्रेम ही ईश्वर है, सेवा ही पूजा है, और सत्य ही भक्ति है। : ब्रज महाराज दिलीप तिवारी जी