ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान भजन

ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान भजन

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ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान भजन

ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान भजन

ओ कान्हा अब तो मुरली की,
मधुर सुना दो तान,
ओ कान्हा अब तो मुरली की,
मधुर सुना दो तान,

बनोगे राधा तो ये जानोगे की कैसा प्यार लिरिक्स

मैं हूं तेरी प्रेम दीवानी,
मुझको तू पहचान,
मधुर सुना दो तान,
ओ कान्हा अब तो मुरली की,
मधुर सुना दो तान,
ओ कान्हा अब तो मुरली की,
मधुर सुना दो तान,

धारा तो बह रही है श्री राधा नाम की हिंदी भजन

जब से तुम संग मैंने अपने,
नैना जोड़ लिए हैं,
क्या मैया क्या बाबुल सब से,
रिश्ते तोड़ लिए हैं,
तेरे मिलन को व्याकुल है ये,
कब से मेरे प्राण,
मधुर सुना दो तान,
ओ कान्हा अब तो मुरली की,
मधुर सुना दो तान,

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो भजन लिरिक्स

सागर से भी गहरी मेरी
प्रेम की गहराई,
लोक लाज कुल की मर्यादा,
तज कर मैं तो आई,
मेरी प्रीत से आ निर्मोही,
अब ना बनो अनजान,
मधुर सुना दो तान
ओ कान्हा अब तो मुरली की,
मधुर सुना दो तान,

श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हिंदी भजन लिरिक्स

मैया रूठी बाबुल रूठा,
कोहू न सुनत हमारी,
तेरी प्रीत के कारण हो गया,
सगरा जगत मोरा बैरी,
किसकी शरण में जाऊं दुखियाँ,
तू ही बता घनश्याम,
मधुर सुना दो तान,
ओ कान्हा अब तो मुरली की,
मधुर सुना दो तान,

कभी राम बनके कभी श्याम बनके हिंदी लिरिक्स

मैं हूं तेरी प्रेम दीवानी,
मुझको तू पहचान,
मधुर सुना दो तान
ओ कान्हा अब तो मुरली की,
मधुर सुना दो तान,
ओ कान्हा अब तो मुरली की,
मधुर सुना दो तान,


राम जी की निकली सवारी हिंदी भजन लिरिक्स

मुझे श्याम तेरा सहारा ना होता हिंदी भजन

Bhakti Gyaan

आपका कर्तव्य ही धर्म है, प्रेम ही ईश्वर है, सेवा ही पूजा है, और सत्य ही भक्ति है। : ब्रज महाराज दिलीप तिवारी जी