रोज थोड़ा थोड़ा हरि का भजन लिरिक्स

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रोज थोड़ा थोड़ा हरि का भजन लिरिक्स

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रोज थोड़ा थोड़ा हरि का भजन लिरिक्स

मुक्ति का कोई तू जतन करले,
मुक्ति का कोई तू जतन करले रे,
रोज थोड़ा थोड़ा हरि का भजन करले।

मुक्ति का कोई तू जतन करले,
मुक्ति का कोई तू जतन करले रे,
रोज थोड़ा थोड़ा हरि का भजन करले।

श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में हिंदी लिरिक्स

भक्ति करेगा तो बड़ा सुख पायेगा,
भक्ति करेगा तो बड़ा सुख पायेगा,
भक्ति से आत्मा का मैल छूट जाएगा,
आत्मा के साथ साथ मन करले,
आत्मा के साथ साथ मन करले रे,
रोज थोड़ा थोड़ा हरि का भजन करले।

तेरे रंग में रंगा हर जमाना मिले हिंदी भजन लिरिक्स

संगत कर अच्छे लोगों की,
संगत कर अच्छे लोगों की,
दवा मिल जाएगी सभी रोगों की,
जिंदगी को अपने चमन करले,
जिंदगी को अपने चमन करले रे,
रोज थोड़ा थोड़ा हरि का भजन करले।

राधे तेरे चरणों की गर धूल जो मिल जाए लिरिक्स

जग के अंधेरे से बाहर निकलकर,
जग के अंधेरे से बाहर निकलकर,
ऐ बंदे तू हरि गुणगान कर गाकर,
आत्मा से हरि का मिलन करले,
आत्मा से हरि का मिलन करले रे,
रोज थोड़ा थोड़ा हरि का भजन करले।

अधरं मधुरं वदनं मधुरं हिंदी भजन लिरिक्स

Bhakti Gyaan

आपका कर्तव्य ही धर्म है, प्रेम ही ईश्वर है, सेवा ही पूजा है, और सत्य ही भक्ति है। : ब्रज महाराज दिलीप तिवारी जी