कई जन्मों से बुला रही हूँ हिंदी लिरिक्स।

कई जन्मों से बुला रही हूँ हिंदी लिरिक्स।

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कई जन्मों से बुला रही हूँ हिंदी लिरिक्स।

कई जन्मों से बुला रही हूँ, कोई तो रिश्ता जरूर होगा।
कई जन्मों से बुला रही हूँ, कोई तो रिश्ता जरूर होगा॥

नज़रों से नज़रें मिला ना पायी, मेरी नज़र का कसूर होगा।
कई जन्मों से बुला रही हूँ, कोई तो रिश्ता जरूर होगा॥

तुम्हीं तो मेरे मात पिता हो,
तुम्हीं तो मेरे मात पिता हो।
तुम्हीं तो मेरे बंधु सखा हो,
तुम्हीं तो मेरे बंधु सखा हो।
कितने नाते तुम संग जोड़े,
कोई नाता तो जरुर होगा।
कितने नाते तुम संग जोड़े,
कोई नाता तो जरुर होगा॥
कई जन्मों से बुला रही हूँ, कोई तो रिश्ता जरूर होगा।

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तुम्हीं तो मेरी आत्मा हो,
तुम्हीं तो मेरी आत्मा हो,
तुम्हीं तो मेरे परमात्मा हो,
तुम्हीं तो मेरे परमात्मा हो।
मुझी में रह कर मुझी से पर्दा, श्याम !!!
मुझी में रह कर मुझी से पर्दा,
पर्दा हटाना जरुर होगा।
कई जन्मों से बुला रही हूँ, कोई तो रिश्ता जरूर होगा।

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आखों में बस गई तस्वीर तेरी,
आखों में बस गई तस्वीर तेरी।
दिल मेरा बन गया जागीर तेरी,
दिल मेरा बन गया जागीर तेरी।
दासी की बिनती तुम्हारे आगे,
दासी की बिनती तुम्हारे आगे,
दर्श दिखाना जरूर होगा।
कई जन्मों से बुला रही हूँ, कोई तो रिश्ता जरूर होगा।

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कभी बुलाते हो वृंदावन में,
कभी बुलाते हो वृंदावन में।
कभी बुलाते हो मधुवन में,
कभी बुलाते हो मधुवन में।
अपने घर में रोज बुलाते, श्याम !!!
अपने घर में रोज बुलाते।
मेरे घर भी आना जरुर होगा।
कई जन्मों से बुला रही हूँ, कोई तो रिश्ता जरूर होगा।

नज़रों से नज़रें मिला ना पायी, मेरी नज़र का कसूर होगा।
कई जन्मों से बुला रही हूँ, कोई तो रिश्ता जरूर होगा॥


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Bhakti Gyaan

आपका कर्तव्य ही धर्म है, प्रेम ही ईश्वर है, सेवा ही पूजा है, और सत्य ही भक्ति है। : ब्रज महाराज दिलीप तिवारी जी  

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